Shri Ram Shiv Adhyatm Ashram

पूजा का समय

पूजा नियमित रूप से दो सत्रों में की जाती है, सुबह और शाम। .

सुबह का समय - 08:00 पूर्वाह्न to 10:00 पूर्वाह्न
शाम का समय - 07:00 मध्याह्न to 09:00 मध्याह्न

ऑनलाइन पूजा

इस कोविद -19 महामारी के दौरान, हम शारीरिक रूप से एक स्थान पर एकजुट होने में असमर्थ हैं। इसलिए हमने ऑनलाइन पूजा शुरू की है, जहां कोई भी स्मार्टफोन या लैपटॉप द्वारा पूजा सत्र में शामिल हो सकता है।

ऑनलाइन पुजा में शामिल हों

ऑनलाइन पूजा बैठक के लिए लिंक पूजा कार्यक्रम के समय के अनुसार नीचे प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्य रूप से सुबह पूजा का समय सुबह 08:00 से सुबह 10:00 बजे और शाम की पूजा का समय 07:00 अपराह्न से 10:00 बजे है

ऑनलाइन पूजा की मुलाकात की तस्वीरें

ऑनलाइन पूजा बैठकों के कुछ हालिया स्नैप्स देखें।

आश्रम में श्रद्धालुओं की दिनचर्या

आश्रम में गतिविधियों में दैनिक दिनचर्या के काम, पूजा और आश्रम की देखभाल करने जैसी विभिन्न गतिविधियाँ शामिल हैं।

श्री राम शिव अध्यात्म (सत्संग) आश्रम शिव नगर मिर्जापुर की विस्तार से दिनचर्या निम्नवत है।

परम पूज्य भाई साहब जी के संरक्षण में आश्रम में पधारे हुए साधक गण प्रातः काल 4:00 बजे निवृत्त होकर रामधुन करते हैं तत्पश्चात 5:00 बजे स्नान आदि के बाद चाय पान होता है इसके उपरांत प्रातः 8:00 बजे से 10:00 बजे तक ऑनलाइन सत्संग मोबाइल के माध्यम से चलता है जिसमें आश्रम के उपस्थित साधक गण तथा दूरदराज स्थानों से साधकगण ऑनलाइन मोबाइल के माध्यम से पूजा में नित्य प्रति शामिल होते हैं, शांति पाठ होता है, प्रसाद समर्पित किया जाता है , एवं भजनों का गायन एवं श्रवण होता है तत्पश्चात10:00 बजे सभा विसर्जित हो जाती है। तदुपरांत हल्का जलपान होता है इसके बाद सभी सत्संगी बंधु आश्रम के रोजमर्रा के कामों में देखभाल करते हैं मध्यान्ह 1:00 बजे भोजन बनाया खाया जाता है तदुपरांत थोड़ी देर साधक गण विश्राम करते हैं साय काल 4:00 बजे से रामायण /भागवत गीता का पाठ होता है 5:00 बजे चाय नाश्ता तत्पश्चात 7:00 बजे से 9:00 बजे तक पुनः ध्यान साधना पूजा भजन के कार्यक्रम संपादित होते हैं साधको का नित्य निरंतर आश्रम में आना जाना लगा रहता है जहां पर पूज्य भाई साहब जी के द्वारा सभी लोग अपनी अपनी अध्यात्म शंकाओं का समाधान पाते हैं और आत्मलाभ प्राप्त करते हैं। भंडारे के दिनों में अंतिम रा त्री को रात्रि जागरण पूज्य भाई साहब जी की अध्यक्षता में किया जाता है रात में दो तीन बार पूजा होती है और परम संत समर्थ सद्गुरु दद्दा जी महाराज के निर्वाण दिवस 28 29 30 अक्टूबर आयोजित सत्संग भंडारे पर 24 घंटे का अखंड शांति पाठ किया जाता है। प्रत्येक रविवार को प्रातः पूजा के बाद अध्यात्म गोष्ठी होती है और रविवार सायं कालीन पूजा के बाद बच्चों के कार्यक्रम भी संचालित होते हैं। किसी साधक के दिवंगत होने पर शांति पाठ किया जाता है एवं किसी साध क अथवा उसके परिवार के अस्वस्थ होने पर स्वास्थ्य लाभ की मंगल कामना की जाती है। आश्रम अपनी विशालता को लिए हुए हैं एवं वहां पर फलदार पेड़ पौधे हैं तथा भव्य इमारत का स्वरूप दिन प्रति दिन बढ़ोतरी पर है परम पूज्य समर्थ सदगुरुदेव दद्दा जी महाराज की समाधि मंदिर का कार्य भी निर्माणाधीन है।

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